गंगा बाढ़ 2025: बिहार और वाराणसी में गंगा का उफान,
तबाही का मंजर
गंगा नदी का रौद्र रूप एक बार फिर सामने आ चुका है। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गंगा, पुनपुन, वरुणा और सोन नदियाँ खतरे के निशान के करीब बह रही हैं।
लगातार बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण हालात भयावह हो चुके हैं।

पटना: गंगा किनारे बढ़ा खतरा, अलर्ट पर प्रशासन
पटना के गांधी घाट, दीघा घाट, मनेर और हाथीदह इलाकों में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
ताजा आंकड़े:
गांधी घाट: 48.14 मीटर (खतरे से केवल 46 सेमी नीचे)
दीघा घाट: 49.32 मीटर (खतरे का निशान 50.45 मीटर)
हाथीदह: 41.05 मीटर (निशान: 41.76 मीटर)
मनेर: 50.70 मीटर
प्रशासन ने सभी अंचल अधिकारियों और BDOs को हाई अलर्ट पर रखा है।
बिहार और वाराणसी में गंगा बाढ़ का कहर, बढ़ा बाढ़ का खतरा
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गंगा नदी अपने उफान पर है।
लगातार हो रही बारिश और नेपाल की ओर से आ रहे पानी ने गंगा, पुनपुन, वरुणा और सोन
जैसी नदियों के जलस्तर को खतरे के निशान के करीब पहुँचा दिया है।
गंगा बाढ़ 2025 -पुनपुन और सोन नदी भी उफान पर
बिहार की सहायक नदियाँ भी चिंताजनक स्थिति में हैं:
पुनपुन (श्रीपालपुर): 47.68 मीटर (निशान: 50.60 मीटर)
सोन नदी (कोइलवर): खतरे से 4 मीटर नीचे, लेकिन तेजी से बढ़ रही
दियारा क्षेत्र में पानी घुसने से खेत, घर और सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं।

वाराणसी में संकट: घाट जलमग्न, शवदाह गलियों में
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर खतरनाक ढंग से बढ़ रहा है:
गंगा बाढ़ 2025 (वाराणसी):
सुबह 8 बजे: 68.94 मीटर
शाम 6 बजे: 68.95 मीटर (स्थिर लेकिन चेतावनी बिंदु 70.26 मीटर के बेहद करीब)
गंगा बाढ़ 2025: प्रभाव
राजघाट, मणिकर्णिका घाट, हरिश्चंद्र घाट पर पानी भर चुका है
दशाश्वमेध और अस्सी घाट की आरती स्थान बदले गए
शवदाह गलियों में हो रहा है
🏠 गंगा बाढ़ 2025 लोग बेघर, स्कूल बंद, जीवन अस्त-व्यस्त
प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति बेहद गंभीर:
दीनदयालपुर, सारनाथ: मकानों में पानी, लोग पलायन को मजबूर
MASA Public School: पानी घुसने से बंद
खेती बर्बाद: हरी सब्जियाँ, चारा पूरी तरह डूबा
जानवरों के लिए चारा संकट और सांप-बिच्छू जैसे विषैले जीवों का खतरा भी बढ़ा
प्रशासन की तैयारी: राहत कार्य चालू
प्रशासन ने NDRF और SDRF को तैनात किया है:
नावें, मेडिकल टीमें और राहत शिविर सक्रिय
कई स्थानों पर चैनल गेट खोलकर जल प्रवाह बढ़ाया गया
हालांकि, स्थानीय लोगों की शिकायत है कि अभी तक मदद पूरी तरह नहीं पहुँची
पटना, मनेर, दीघा, हाथीदह से लेकर वाराणसी, सारनाथ और दीनदयालपुर तक हालात चिंता जनक होते जा रहे हैं।
बिहार और वाराणसी में गंगा उफान पर, अलर्ट जारी
पटना में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा
गंगा बाढ़ 2025 मुख्य बिंदु संक्षेप में:
✅ पटना-वाराणसी में गंगा का जलस्तर खतरे के करीब
✅ पुनपुन और सोन नदी भी उफान पर
✅ कई घरों और स्कूलों में घुसा पानी
✅ घाटों की आरती स्थल बदले, शवदाह गलियों में
✅ खेती, पशुपालन पर गहरा असर
✅ प्रशासनिक राहत कार्य सीमित
⚠️ जनता के लिए चेतावनी और सलाह
गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर अगले कुछ दिनों तक और बढ़ सकता है। ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी है:
🔹 ऊँचाई वाले स्थानों पर जाएं
🔹 बच्चों-बुजुर्गों को प्राथमिकता दें
🔹 साफ पानी और सूखा खाद्य संग्रह करें
🔹 प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें
🔹 हेल्पलाइन नंबर सेव रखें
🔹 इस जानकारी को ज़रूर शेयर करें
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Stay Alert, Stay Safe!
यदि आप गंगा बाढ़ 2025 प्रभावित क्षेत्र में हैं, तो सतर्क रहें और दूसरों को भी सावधान करें।
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